Shamar Joseph: गाबा में वेस्टइंडीज टीम की जीत के हीरो शमर जोसेफ रहे। 24 साल के इस तेज गेंदबाज ने अपने दूसरे ही टेस्ट मैच में पैर के अंगूठे में चोट के बावजूद महज 12 ओवर की गेंदबाजी में 7 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की मुट्ठी से जीत छीन ली। शमर गांव में रहकर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे।गाबा में कैरेबियाई टीम ने कंगारूओं के खिलाफ शानदार जीत हासिल की। वेस्टइंडीज टीम की जीत के हीरो शमर जोसेफ रहे।
कहां रहते हैं शमर जोसेफ
कैरेबियाई देश के एक 400 लोगों की आबादी वाले गांव बाराकरा से निकले गेंदबाज ने इतिहास रच दिया है। शमर पिछले साल तक अपने गांव में रहकर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे। शमर के गांव में जाने के लिए नाव से कम से कम दो दिन लगते हैं। पिछले पांच सालों यानी 2018 तक वहां कोई मोबाइल या इंटरनेट नहीं था।पूरे समुदाय के बीच केवल एक ब्लैक एंड व्हाइट टेलीविजन था।
लैंड-लाइन से ही दूसरे शहर के लोगों से बात कर सकते थे। यहां तक कि आईलैंड में हॉस्पिटल और स्कूल भी एक-एक ही थे, वो भी प्राइमरी। यानी गंभीर एक्सीडेंट का इलाज और स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई के लिए दूसरे शहर जाना पड़ता था।
मौत के मुंह से लौटे वापस
लॉगिंग ही शमर का एकमात्र पेशा था और एक बार पेड़ गिरने के कारण वे मौत के मुंह से लौटे थे। ऐसे में उन्होंने वहां से दूसरी जगह शिफ्ट होने का फैसला किया। एक गार्ड और मजदूर के रूप में वह 12 घंटे काम करते थे और उन्हें सिर्फ रविवार को ही क्रिकेट खेलने का मौका मिलता था।
डेब्यू से पहले खरीदा आर्म गार्ड
इस बीच शमर ने इस सीरीज में डेब्यू किया और टेस्ट सीरीज की शुरुआत से तीन दिन पहले आर्म गार्ड खरीदा।
शमर की गेंदबाजी की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम गाबा के अपने मैदान में 216 रन नहीं बना पाई और पहली बार डे-नाइट टेस्ट हार गई।
Shamar Joseph: फील्ड छोड़ जाना पड़ा अस्पताल
टेस्ट मैच के चौथे दिन मिचेल स्टार्क की गेंद लगने के कारण शमर को फील्ड छोड़कर अस्पताल जाना पड़ा। इस बीच आज उनका खेलना असंभव था, लेकिन वे आज सिर्फ खेले गी नहीं बल्कि उन्होंने 7 विकेट झटके और 27 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर कंगारू टीम को हराकर इतिहास रचा।
- वेस्टइंडीज ने 2003 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज की
- गाबा में पिछले 35 साल में सिर्फ भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दर्ज
- पिंक बॉल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले 11 में से 11 मैच जीते थे।
2022 तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेला
जोसेफ ने एक साल पहले तक कोई फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेला था। हालांकि, वह गुयाना के छोटे से गांव से नेशनल लेवल पर तेजी से पहुंचे। उन्हें घरेलू क्रिकेट में पहचान मिली और स्पीड के दम पर उन्होंने नेशनल टीम में जगह भी बना ली। शमार वेस्टइंडीज के पूर्व गेंदबाज कर्टली एम्ब्रोस और कर्टनी वॉल्श को आदर्श मानते हैं।
डेब्यू टेस्ट में 5 विकेट, सीरीज में 13 विकेट निकाले
स्मिथ के विकेट के बाद शमार ने मार्नस लाबुशेन, कैमरन ग्रीन, मिचेल स्टार्क और नाथन लायन को भी पवेलियन भेजा। उन्होंने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट लिए लेकिन अपनी टीम को जीत के करीब नहीं पहुंचा सके।
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